आकाश से गिरा खजूर पर अटका वाली कहावत आज लालाछापरा के किसानों की।।

आकाश से गिरा खजूर पर अटका वाली कहावत आज लालाछापरा के किसानों की।।                                           राकेश कुमार श्रीवास्तव चामुँडा दर्शन न्यूज़,कुशीनगर। जबसे लक्ष्मीगंज की चीनी मील बंद हुआ है तबसे लालाछापरा के किसान अपने खेत में उपजे गन्ने को औने पौने दाम पर बेचने को मजबूर होते रहे है पिछले बर्ष किसानों की जो दुर्दशा गन्ना को ले कर हुई तथा रामकोला चीनी मील पहले बाहरी गन्ना को पेर कर अंत में अपने परिक्षेत्र के गन्ने की पेराई किया जिसके फलस्वरूप जल्द ही बारिस हो जाने के कारण जो नीची स्तर की जमीन में  जल जमाव हो जाने के कारण लगभग खेतो का  गन्ना सुख गया।इसी स्थिति को देखते हुए इस बर्ष किसानों ने रामकोला चीनी मील को जब गन्ना आवंटन हो रहा था तब मौके पर किसानों ने काफी बिरोध किया था परिणामतः लालाछापरा के गन्ने का आवंटन पिपराइच चीनी को कर दिया गया परंतु  आज गन्ने की स्थिति जस का तस बना हुआ है पिपराइच चीनी मील ने लालाछापरा में अपना कांटा गड़वा तो दिया परंतु समय से कांटा पर से गन्ना फैक्ट्री में न भेजने के कारण किसान का ट्रेलर चार से पांच दिन पड़ाव में  रह जा रहा है समय से फैक्ट्री  का ट्राला नहीं आ पा रहा है।लोग खेत में आठ दिन से ऊपर से गन्ना छील कर गन्ना गिराने का राह देख रहे है।मै इस खबर के माध्यम से जिलाधिकारी महोदय एवं जिला गन्ना अधिकारी का ध्यान आकृष्ठ करवाना चाहता हु कि गन्ना किसानों के इस समस्या के दृष्टिगत किसानों के समस्या का समाधान करे जिससे समय से किसान अपना गन्ना गिरा सके।