हा मैं स्त्री हु

चामुंडा न्यूज़ नेटवर्क-


हाँ... मैं स्त्री हूँ 
जो स्वाभिमान से जीती हूँ... 
स्वाभिमान से मरती हूँ.. 
अथाह धैर्य है मुझमें .. 
जो हर परिस्थिति मे अडिग है..
अथाह उदारता है मुझमें.... 
अपनी खुशीयो को बाटने का ..
अथाह सहनशीलता है मुझमें. .... 
अपनी तकलीफ को छुपाने का... 
अथाह परिपक्वता है मुझमें. ... 
बाबुल का घर छोड़ पति का घर बसाने का.... 
अथाह शक्तियां है मुझमें .... 
जो स्वयं में सृजन करती हूँ .....
जननी बन जीव का पोषण करती हूँ.... 
हाँ मैं स्त्री हूँ ..
जो स्वाभिमान से जीती हूँ... 
स्वाभिमान से मरती हूँ... 
हाँ मैं स्त्री हूँ.... 


#आराधना ✍